हनुमान जयंती हिंदू धर्म में मनाए जाने वाले प्रमुख त्योहारों में से एक है। इस दिन भगवान हनुमान जी का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हनुमान जी का जन्म चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को हुआ था। हनुमान जी भगवान शिव के ग्यारहवें रुद्र अवतार माने जाते हैं और वे श्रीराम के परम भक्त, बल, बुद्धि और भक्ति के प्रतीक हैं।
हनुमान जयंती 2025 तिथि और शुभ मुहूर्त
तिथि: 13 अप्रैल 2025 (रविवार) शुभ मुहूर्त:
पूर्णिमा तिथि प्रारंभ: 12 अप्रैल 2025 को रात 09:05 बजे
पूर्णिमा तिथि समाप्त: 13 अप्रैल 2025 को रात 11:36 बजे
हनुमान जी की विशेषताएँ
हनुमान जी को अष्ट सिद्धि और नव निधियों के दाता माना जाता है। उनकी उपासना करने से भक्तों को शक्ति, साहस, बुद्धि और आत्मविश्वास की प्राप्ति होती है। हनुमान जी का नाम लेने मात्र से ही नकारात्मक शक्तियाँ दूर हो जाती हैं और भक्तों पर कृपा बनी रहती है।
हनुमान जयंती पूजा विधि
हनुमान जयंती के दिन भक्त विशेष रूप से बजरंग बली की पूजा-अर्चना करते हैं। इस दिन किए जाने वाले कुछ प्रमुख अनुष्ठान इस प्रकार हैं:
प्रातः स्नान और संकल्प:
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
भगवान हनुमान की पूजा का संकल्प लें।
हनुमान मंदिर दर्शन और पूजा:
हनुमान मंदिर जाकर भगवान के दर्शन करें।
हनुमान जी को सिंदूर और चोला अर्पित करें।
चमेली का तेल चढ़ाएं और लाल फूल अर्पित करें।
गुड़ और चने का प्रसाद चढ़ाएं।
हनुमान चालीसा और सुंदरकांड पाठ:
इस दिन हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, बजरंग बाण और रामायण का पाठ करने से विशेष लाभ होता है।
रामभक्ति और उपवास:
कुछ लोग हनुमान जयंती के दिन उपवास रखते हैं और भगवान श्रीराम का ध्यान करते हैं।
रात्रि में हनुमान जी की आरती करने के बाद फलाहार या प्रसाद ग्रहण करते हैं।
दान और भंडारा आयोजन:
इस दिन जरूरतमंदों को भोजन कराना और मंदिर में भंडारा करना बहुत शुभ माना जाता है।
हनुमान जी को पसंदीदा प्रसाद जैसे बूंदी, लड्डू, चने और गुड़ का दान करें।
हनुमान जी के 12 नाम और उनका महत्व
हनुमान – जिनके मन में श्रीराम बसे हैं।
अंजनीसुत – माता अंजनी के पुत्र।
वायुपुत्र – पवन देव के पुत्र।
महाबल – अत्यधिक बलशाली।
रामेष्ट – श्रीराम के प्रिय।
फाल्गुनसखा – अर्जुन के मित्र।
पिंगाक्ष – भूरे रंग वाली आंखों वाले।
अमितविक्रम – अद्भुत पराक्रमी।
उदधिक्रमण – समुद्र लांघने वाले।
सीताशोकविनाशन – माता सीता के शोक को दूर करने वाले।
लक्ष्मणप्राणदाता – लक्ष्मण जी को जीवनदान देने वाले।
दशग्रीवदर्पहा – रावण के अहंकार को नष्ट करने वाले।
हनुमान जयंती का संदेश
हनुमान जयंती हमें भक्ति, समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा का संदेश देती है। भगवान हनुमान जी की कृपा से हर संकट दूर हो जाता है। इस दिन हमें अपने जीवन में भक्ति, परिश्रम, और सदाचार को अपनाने का संकल्प लेना चाहिए।