Ma Kali Aarti | माँ काली आरती

kali ma

माँ काली आरती

जय काली माँ, जय काली माँ,
शिवजी की पत्नी जय काली माँ।
विष्णु की बहन जय काली माँ,
गंगाजी की मइया जय काली माँ।

काली माँ की महिमा अपरम्पार,
संसार से बंधन हरतीं तार।
शिवशक्ति का रूप है ये भवानी,
सभी भक्तों के दिलों में समानी।

चंद्रमणि से सजे शिर पर,
लाल कमल में बैठी हो।
कनक वरण काला तन,
दृढ़ निष्ठा से भाग्य को बदलती हो।

शंकर जी की जिव्हा पर,
अस्थि रक्त से सजी काया।
शूल-चक्र धनुष वाण से,
दुष्टों को करतीं सजा।

जपते जपते काली की आरती,
आशीर्वाद से भरे मन।
भवसागर से पार करें,
काली माँ का चरण व्रत।

जय काली माँ, जय काली माँ,
शिवजी की पत्नी जय काली माँ।
विष्णु की बहन जय काली माँ,
गंगाजी की मइया जय काली माँ।

जय काली माँ

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