Makar Sankranti | मकर संक्रांति

happy-makar-sankranti-colorful-kites-soaring-high-harvest-festival

मकर संक्रांति  (Makar Sankranti )

महीना: जनवरी

मकर संक्रांति, एक प्रमुख हिंदू त्योहार है, जिसे पूरे भारत में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। यह त्योहार मुख्य रूप से सर्दी के मौसम के अंत और वसंत के आगमन का प्रतीक होता है। यह सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के दिन मनाया जाता है, जो प्रायः 14 जनवरी को होता है। यह खासतौर पर पंजाब, गुजरात और महाराष्ट्र में मनाया जाता है।

मकर संक्रांति का महत्व:

मकर संक्रांति का धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से विशेष महत्व है। इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं, जिससे दिन बड़े होते हैं और रातें छोटी होती हैं। इसे प्रकृति और जीवन के नवीनीकरण का प्रतीक माना जाता है। इस दिन विशेष रूप से लोग दान करते हैं और पुण्य कमाने के लिए पूजा करते हैं। साथ ही, इस दिन को नए उत्साह और नवजीवन की शुरुआत के रूप में मनाया जाता है।

मकर संक्रांति के प्रमुख त्यौहार:

  1. उत्तरायण: यह मकर संक्रांति का एक महत्वपूर्ण पहलू है। उत्तरायण के दौरान सूर्य उत्तर की ओर यात्रा करना शुरू करते हैं, जो जीवन की नवीनीकरण और प्रगति का संकेत होता है।

  2. खिचड़ी: उत्तर भारत में मकर संक्रांति के दिन विशेष रूप से खिचड़ी पकाने और खाने की परंपरा है। खिचड़ी दान और समृद्धि का प्रतीक मानी जाती है।

  3. तिल गुड़: इस दिन तिल और गुड़ खाने की परंपरा भी है, जो एक-दूसरे से अच्छे रिश्ते बनाए रखने और शांति की कामना करने के लिए होती है।

मकर संक्रांति की पूजा विधि:

  • इस दिन लोग स्नान करने के बाद सूर्योदय के समय सूर्य देवता की पूजा करते हैं।
  • तिल, गुड़, चूड़ा (चिउड़े), और पंखुड़ी जैसे पदार्थों का दान करना शुभ माना जाता है।
  • हवन और धूप दीप जलाना भी इस दिन की विशेष पूजा में शामिल होता है।

मकर संक्रांति के प्रमुख रीति-रिवाज:

  1. पतंगबाजी: मकर संक्रांति के दिन पतंग उड़ाना एक लोकप्रिय परंपरा है, विशेष रूप से गुजरात, राजस्थान और उत्तर भारत में। लोग बड़े धूमधाम से पतंग उड़ाते हैं और एक-दूसरे के साथ खुशियां बांटते हैं।

  2. मेला और उत्सव: भारत के विभिन्न हिस्सों में इस दिन मेले और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। उत्तर भारत में खासतौर पर लोहड़ी, पोंगल, और संग्री जैसे त्योहार भी इसी दिन मनाए जाते हैं।

  3. दान और सेवा: मकर संक्रांति के दिन विशेष रूप से गरीबों और जरूरतमंदों को तिल, गुड़, कपड़े, और अनाज दान किया जाता है, ताकि पुण्य कमाया जा सके।

मकर संक्रांति का धार्मिक महत्व:

माना जाता है कि मकर संक्रांति के दिन सूर्य देवता के उत्तरायण जाने से जीवन में सुख, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। यह दिन विशेष रूप से पुण्य और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण है। हिंदू धर्म में इसे एक सौभाग्यशाली दिन माना जाता है।

मकर संक्रांति से जुड़े कुछ खास बातें:

  • मकर संक्रांति को कृषि प्रधान त्योहार माना जाता है, क्योंकि यह फसल के नए मौसम की शुरुआत का प्रतीक है।
  • इस दिन सूर्य देवता की पूजा करके लोग अपने जीवन को हर प्रकार की बुराई से मुक्त करने की कोशिश करते हैं।

निष्कर्ष:

मकर संक्रांति एक ऐसा त्योहार है, जो न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह हमारे जीवन में एक नई दिशा और सकारात्मकता लेकर आता है। यह दिन हर किसी के लिए खुशियों, समृद्धि, और शांति का संदेश देता है।

यह त्योहार भारतीय संस्कृति और परंपराओं का अभिन्न हिस्सा है और इसे हर साल धूमधाम से मनाया जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *